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यमकेश्वर और पर्यटन





धार्मिक, मनमोहक सौन्दर्य और साहसिक पर्यटन के हब के रूप में उभर रहा यमकेश्वर विकासखंड, सैकड़ों स्थानीय लोगों को मिल रहा है रोजगार.

वैसे तो तीर्थनगरी ऋषिकेश अपने मठ, मंदिरो, आश्रमों, धार्मिक तीर्थाटन और पर्यटन के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है लेकिन धीरे धीरे ऋषिकेश के पास यमकेश्वर ब्लाक धार्मिक, सौन्दर्य और साहिसिक पर्यटन के हब के रूप में विकसित हो रहा है

यमकेश्वर ब्लाक में जंम्पिग हाईटस, फलाइंग फोक्स के साथ ही राफ्टिंग और कैम्पिंग के लिए आने वाले पर्यटकों की संख्या हजारों में है,





राफ्टिंग तो फिर भी बहुत सी जगहों पर होती है लेकिनं जम्पिग हाईटस, फलाइंग फोक्स भारत में केवल ऋषिकेश के पास मोहन चट्टी, यमकेश्वर ब्लॉक में होती है इसलिए देश ही नही पूरी दुनिया के पर्यटक यहां जम्पिग हाईटस और फलाइंग फोक्स जैसे साहसिक पर्यटन का लुफ्त उठाने पहुचते हैं, साथ ही फूलचट्टी, गरुड़चट्टी, घटटूगाड़, रत्तापानी मैं कैम्पिंग करने के लिए यात्रियों की रूचि लगातार बढ़ने से ब्लॉक मैं पर्यटन की अपार सम्भावना एवं सैकड़ों रोजगार पैदा हुए है, साथ ही अगर धार्मिक स्थलों की बात करें तो नीलकंठ मैं प्रतिवर्ष लाखों शिवभक्त यहाँ दर्शनों के लिए आते है, साथ ही यमकेश्वर महादेव, महाबगढ़, विंध्यवासिनी, किमसार डांडामंडल आदि अस्थानों पर भी पर्यटन की अपार संभावनाएं है।

उत्तराखण्ड की शांत पहाड़ी वादियों में जहां देश दुनिया के पर्यटक इन साहसिक पर्यटन से अलग ही अनुभव लेकर जाते हैं वही साहसिक पर्यटन के हब के रूप में विकसित होने से यमकेश्वर ब्लाक के सैकड़ों लोगों को रोजगार भी मुहैया हो रहा है.

उत्तराखंड की शांत पहाड़ी वादियों में जम्पिग हाइट का लुफ्त उठाने का अपना अलग ही रोमांच और मजा है इसलिए ऋषिकेश आते ही कई पर्यटक सबसे पहले मोहनचट्टी यमकेश्वर ही पहुंच जाते हैं.

जम्पिंग हाइटस के बाद अब आपको बताते है फ्लाईट फोक्स के बारे में, भारत ही नही एशिया का सबसे लम्बी फ्लाईट फोक्स भी मोहनचट्टी में ही है.

जमीन से 120 मीटर ऊंची और 1 किलोमीटर लम्बी फ्लाइट फोक्स का लुप्त उठाने पूरी दुनिया के पर्यटक यहा आना पसंद करते हैं. सबसे रोमांच की बात यह है कि जहां फ्लाईट फोक्स 120 मीटर ऊंची हैं.

वहीं पहाड़ी ती तलहटी में बहती हेलंग नदी के केवल 7 मीटर ऊपर 160 किलोमीटर प्रतिघण्टा की रफ्तार से होकर गुजरती है साहसिक पर्यटन पसन्द लोगों के लिए यह अनुभव एशिया मे केवल भारत में ही मिल सकता है वह भी उत्तराखण्ड के ऋषिकेश के पास मोहनचट्टी में मुंबई से आए पर्यटक शालिद और लुचा जंम्पिग हाइटस और फलाइंग फोक्स को वर्ल्ड क्लास बताते हैं.

उत्तराखंड में साहसिक खेलों की अपार संम्भावनाएं हैं. जरूरत है उन्हें बस दुनिया के सामने रख मार्केटिंग करने की, इससे न सिर्फ उत्तराखण्ड को साहसिक खेलों में एक पहचान मिलेगी, बल्कि साथ ही स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार भी मुहैया होगा.
यमकेश्वर और पर्यटन यमकेश्वर और पर्यटन Reviewed by merapahaduk on October 02, 2016 Rating: 5

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